मंगलवार, 8 सितंबर 2009

निजी तौर पर की मदद

भोपाल। हर चैlखट से तिरस्कार झेल चुके एक विकलांग युवक को पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की जनसुनवाई में मदद मिल सकी। विभाग के आयुक्त एवं सुपरिचित कवि-व्यंग्यकार श्री जब्बार ढांकवाला ने अपनी जेब से पांच सौ रुपये की सामग्री खरीद कर विकलांग को दी ताकि वह अपनी टाइसिकल पर शेड लगवा सके। विकलांग युवक निजामुद्दीन नीमच का रहने वाला है। शासन के निर्देश पर प्रति मंगलवार जनसुनवाई होती है, जिसमें विभाग से जुड़ी समस्याओं का समाधान किया जाता है। जब पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की जनसुनवाई में निजामुद्दीन पहुंचा और अपनी टाइसिकल पर शेड न होने की बात की। इसके अभाव में उसे धूप और बारिश के कारण परेशानी होती है। सरकारी योजना में इसके लिये कोई प्रावधान न देखते हुए आयुक्त एवं कवि श्री जब्बार ढांकवाला ने अपनी जेब से 500 रुपये निकालकर उस युवक को दिये और अपने वाहनचालक को उसके साथ भेजकर सामान खरीदवाने के लिये कहा। श्री ढांकवाला के इस काम की सभी ने सराहना की, जबकि श्री ढांकवाला कहते हैं कि ये तो सामान्य बात है, क्योंकि इस तरह की मदद तो पहले भी की है और करना चाहिये। ये बात अलग है कि जनसुनवाई की योजना के कारण बात कुछ पत्रकार मित्रों तक पहुंची, इसलिये चर्चा हुई।

शहरयार ने देखा संग्रहालय










शहरयार ने देखा संग्रहालय




भोपाल। देश के सुविख्यात ग़ज़लकार श्री शहरयार भोपाल प्रवास पर आये। उन्होंने दुष्यन्त कुमार स्मारक पाण्डुलिपि संग्रहालय का भ्रमण किया और पदाधिकारियों से मुलाकात की। श्री शहरयार ने संग्रहालय की स्थापना पर प्रसन्नता व्यक्त की और अपने समकालीनों के साथ ही अग्रज रचनाकारों का स्मरण किया।

मीडिया प्रबन्धन पर कार्यशाला




भोपाल। दुष्यन्त कुमार स्मारक पाण्डुलिपि संग्रहालय द्वारा मीडिया प्रबन्धन पर तीन दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें शासकीय विभागों और कार्पोरेशन के अधिकारियों के साथ ही महाविद्यालयीन विद्यार्थियों ने भी भाग लिया। कार्यशाला का उद्घाटन सी.वी.रमन विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री सन्तोष चैबे, वरिष्ठ पत्रकार एवं पीपुल्स ग्रुप के कार्यपालक निदेशक श्री महेश श्रीवास्तव तथा इन्दिरा गांधी मानव संग्रहालय के निदेशक श्री विकास भट्ट ने 30 अगस्त को संग्रहालय के सभाकक्ष में किया। समापन समारोह में अतिथि के रूप में विश्वविख्यात सिने गीतकार-संगीतकार श्री रवीन्द्र जैन थे एवं अध्यक्षता पर्यटन विकास निगम के मुख्यमहाप्रबन्धक श्री बालमुकुन्द नामदेव ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में सुविख्यात रंगकर्मी एवं सिने कला निर्देशक श्री जयन्त देशमुख एवं इन्दिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय निदेशक श्री के.एस.तिवारी थे।

मंडलोई जी दूरदर्शन में

दिल्ली। प्रसार भारती बोर्ड ने समकालीन कविता के सुविख्यात रचनाकार श्री लीलाधर मंडलोई को एक बार फिर दूरदर्शन का उपमहानिदेशक बनाया है। पिछले कुछ समय से श्री मंडलोई आकाशवाणी के उपमहानिदेशक थे। इस फेरबदल के साथ उनका पता भी बदल गया है। अब उनसे ‘ए-6, हुडको पैलेस, एन्डूज़ गंज, नई दिल्ली-110049’ पर सम्पर्क किया जा सकता है। उनके घर का नया फोन नम्बर 011 26258277 है।

भोपाल। बाल कल्याण एंव बाल साहित्य शोध केंद्र ूूूण्इंसांसलंदण्बवउ वेबसाइट तैयार कर रहा है। इस साइट की सबसे खास बात यह होगी कि इसमें बाल साहित्य से जुड़े विस्तृत रचना संसार का आनन्द लिया जा सकेगा। देश भर के बाल साहित्यकारों के बारे में भी बताया जाएगा। वेबसाइट का मुख्य उद्देश्य आज के बदलते परिवेश में लोगों को देश के बाल साहित्य से रूबरू कराना है।
फोटो के साथ प्रेरक कहानी
साइट को तैयार करने का काम चल रहा है। इसके बारे में केंद्र के निदेशक महेश सक्सेना ने बताया कि साइट पर देश के बाल साहित्यकारों के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी। उनके जीवन परिचय को बड़े ही प्रेरक अंदाज में प्रस्तुत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बाल साहित्य से संबंधित जानकारी जुटाने के लिए देशभर के बाल साहित्यकारों से संपर्क किया जा रहा है। उनके पास मौजूद संदर्भों को मंगाया जा रहा है। सहारनपुर में रहने वाले बाल साहित्यकार कृष्ण शलभ के पास ऐसे कई बाल साहित्यकारों की कृतियाँ और उनकी तस्वीरों का बहुमूल्य संग्रह है, जो साइट पर देने लायक है। उनसे संपर्क किया गया है। बाल साहित्य से संबंधित बहुमूल्य जानकारी देने वाले सहयोगियों का नाम भी साइट पर दिया जाएगा।
साइट पर बाल रचनाकार के बचपन से जुड़ी कुछ प्रेरक घटनाएँ भी दी जाएगी। फायदा यह होगा कि जो बच्चे इसे देखेंगे, उनके मन में भी बाल साहित्य के क्षेत्र में अपना योगदान देने की चाहत जागेगी।