सुखी होने के लिए सम्पन्न होना अनिवार्य नहीं। इस बात को आर.के.नारायण ने उपन्यास में बखूबी चित्रित किया था। उन्होंने कहा कि उपन्यास पर दूरदर्शन में धारावाहिक प्रसारित किया गया था। इसके निर्देशन का दायित्व मिलने पर उनके पति अभिनेता शंकर नाग फूले नहीं समाए थे। ऐसे लेखक की स्मृति में डाक विभाग ने टिकट जारी कर उनको सम्मानित किया है। धारावाहिक में स्वामी का रोल निभाने वाले बाल कलाकार मंजूनाथ नायकर ने कहा कि उनको कन्नड़ फिल्मों व दूरदर्शन धारावाहिकों की भूमिकाओं के लिए अब भी याद किया जाता है। इसका श्रेय दिवंगत अभिनेता शंकर नाग को है। लेखक व चिंतक मत्तूर कृष्णमूर्ति ने कहा कि डाक विभाग ने नारायण पर टिकट जारी करके उन्हें इतिहास के पन्नों में अमर कर दिया। चीफ पोस्ट मास्टर जनरल आरपी राजन ने कहा कि डाक विभाग ने आर.के. नारायण के पांच रुपए मूल्य के चार मिलियन टिकटों का मुद्रण किया है।
‘पत्रिका’ में छपा
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