सोमवार, 21 सितंबर 2009
ज्ञानरंजन ने प्रलेस से दिया इस्तीफा
भोपाल। हिन्दी के प्रसिद्ध कथाकार एवं ‘पहल’ के सम्पादक श्री ज्ञानरंजन ने राजनीतिक मतभेदों के कारण अखिल भारतीय प्रगतिशील लेखक संघ की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। श्री ज्ञानरंजन के अनुसार उन्होंने यह कदम प्रलेस के राजनीतिक पतन के विरोध में दिया है। उल्लेखनीय है कि श्री ज्ञानरंजन ने बरसों से लोकप्रिय पत्रिका ‘पहल’ का प्रकाशन बन्द करके साहित्य जगत में नई हलचल पैदा कर दी थी।
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4 टिप्पणियां:
आश्चर्य की बात है कि स्तीफा प्रलेस और उसकी राजनैतिक ताकतों के पतन के अन्तिम दौर में दिया गया है।
Shubhkamnayen !
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gyan ji ye kam to bahut pahley kar lena chahiye tha fir bi der ayad drust ayad
बहुत अच्छा लगा । महान शायर दुष्यंत कुमार के नाम से ब्लॉग शुरु करने के लिए धन्यवाद !
साकेत सहाय
http://www.vishwakeanganmehindi.blogspot.com/
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